रायगढ़। लैलूंगा क्षेत्र में महज़ छह महीने पहले अरबों रुपये की लागत से बनी लैलूंगा-बाकरुमा सड़क जगह-जगह टूटकर खतरनाक गड्ढों में तब्दील हो गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार और पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने घटिया सामग्री इस्तेमाल कर जनता के पैसे की बंदरबाँट की, जिसके चलते पहली ही बरसात में डामर बह गया।
सड़क की बदहाली से दोपहिया वाहन पलट रहे हैं, एंबुलेंस व स्कूल वाहनों का आवागमन ठप हो रहा है और हादसों का खतरा बढ़ गया है। प्रभावित किसानों ने अधिग्रहित ज़मीन का मुआवज़ा न मिलने और खेतों के रास्ते बंद होने पर नाराज़गी जताई है।ग्रामीणों ने उच्च-स्तरीय न्यायिक या तकनीकी जांच, दोषी ठेकेदार-अधिकारियों पर एफआईआर, तथा बकाया मुआवज़े की माँग की है। चेतावनी दी गई है कि शीघ्र कार्रवाई न होने पर स्थानीय लोग बड़े पैमाने पर सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे।