सारंगढ़ जनपद पंचायत के इस ग्राम पंचायत में गजब खेला….

सारंगढ़ जनपद कार्यलय


सारंगढ।। ग्राम पंचायत जेवरा के वर्तमान सचिव सतनोहर निवासी हिर्री ने 14 वें वित्त योजना की राशि को अपने भैय्या -भाभी और अपने मित्रों के नाम पर फर्जी जनरेट करवा कर सरकारी राशि को गबन कर लिया है। जिसमे फर्जी बिल व्हाऊचर लगाकर शासन को गलत जानकारी मुहैया करवाया गया है। क्योंकि? सरपँच और सचिव अपने अपने हितैसी व्यक्तियों के नाम को डाला तो है लेकिन खाता नम्बर पंचायत का डाला गया है जब पंचायत का खाता डालना ही था तो 8 व्यक्तियो का नाम डालकर क्या साबित करना चाहा है ये तो समझ से परे है।

बता दे आपको की ग्राम पंचायत जेवरा में पंचायत सचिव के पद पर पिछले कार्यकाल से पदस्त है पहले SBM शौचालय में भारी भ्रष्टाचार करने के बाद कोई कारवाही नही हुआ है जिससे उनका मनोबल बढ़ता हुआ जा रहा है। फोर्टिन फ़ायनेश कमीशन की राशि का वेंडर को न भुगतान करके अपने भैया भाभी और दूसरे पंचायत के मित्रो के नाम पर जनरेट करके राशि का गबन कर लिया गया है। जिस सम्बन्ध में जानकारी लेने के लिए सरपँच या सचिव को कॉल करने से फोर्टिन फ़ायनेश कमीशन के सम्बंध में जानकारी मांगने पर तत्काल कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया जाता है। इससे यह बात तो क्लेयर हो जाता है कि लापरवाही किया गया है इस कारण कॉल पे सवाल पूछने पर कोई जानकारी नही बता पाते है।
आखिर जेवरा पंचायत के रजिस्टर पर दूसरे पंचायत का व्यक्तियो के नाम कैसे हुआ जनरेट? अब ये हुआ यूं होगा..की ग्राम पंचायत जेवरा में पदस्त पंचायत सचिव ग्राम पंचायत हिर्री का मूल निवासी है..विकास कार्य तो करवाना है ही नही सोचकर सरपँच और सचिव ने दूसरे पंचायत के व्यक्तियो के नाम को डाला होगा क्योंकि अगर ग्राम पंचायत जेवरा के व्यक्तियो का नाम डालते तो सभी को जानकारी हो जाता इसलिए सरपँच ने अपने 4 व्यक्ति जो उनके घर के है और सचिव जो अपने भाई ,भाभी और मित्रो के नाम पे डालकर मूलभूत सुविधाओं पर विकास कार्य करवाने के जगह अपनी अपनी स्वयं की विकास कर डाली होगी। अगर विकास किया गया होगा तो एक नंबर में करना चाहिए एक नम्बर में काम नही हुआ ये हम नही कह रहे है, बल्कि उनका ऑनलाइन रिकॉर्ड दिखा रहा है जिसमे दूसरे पंचायत का नाम अंकित किया हुआ है। बरहाल देखना ये होगा कि अधिकारी क्या कुछ कारवाही करेंगे।