ग्राम पंचायत हरदी में विकास कार्यो में जमकर किया जा रहा है भ्रष्टाचार।

ग्राम पंचायत हरदी में भारी भ्रष्टाचार, लाखो की निर्माण सिर्फ कागजों में पूर्ण जांच का विषय


सारंगढ।।सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को जमीनी स्तर में बढ़ावा देने करोड़ो रूपये निवेश करने में सरकार जोर दे रही है लेकिन ग्राम पंचायत हरदी के सरपँच दीपमाला मनहर के द्वारा सरकार की नियम को लताड़ मार अपनी नियम को कायम करने में लगे हुए है। दरअसल आपको इस भारी भ्रष्टाचार से अवगत कराते है , ग्राम पंचायत में 14 वे वित्त आयोग की राशि मे से 50 हजार का स्ट्रीट लाइट का शिल्यानस होना था जिससे चौक चौराहों में जगमग की स्थिति बनाकर सरकार की डिजिटल योजनाओं में से कही न कही एक अंग है लेकिन यहां के सरपँच न तो सरकार की नियम को मानते है और न ही कागज के स्टेमित को हरदी ग्राम पंचायत में कुल 17 वार्ड है। जहां के प्रत्यक्षदर्शियों में से आप भी शामिल हो सकते हो अगर आप जाकर प्रत्येक खम्भे पर नजर घुमाओगे तो आपको अगर स्ट्रीट लाइट देखने को मिल जाएगा तो 5 वर्ष बीते कार्यकाल के देखने को मिलेगा इस कार्यकाल में एक्का,दुक्का ही लगा हुआ है। और बाकी की राशि का बिल बनाकर अपने जेब भरने में लगे हुए है।

ग्राम पंचायत हरदी के आश्रित गांव छोटे हरदी में सरपँच चुनाव के पहले व्होट मांगने के साथ मे सभी आम नागरिकों को पूर्ण भरोशा दिलवाया की किसी प्रकार की तखलिफ़ गर रहेगा तो सरपँच बनने के बाद सभी कमियां को पूरा करने में एड़ी चोटी की जोर लगाएंगे बोलकर भरोशा देने में लगे हुए थे। लेकिन ये क्या..? न विकास न ही किये वायदा का असलियत सब दिलाशा झूठा साबित हुआ। ये हम नही कह रहे बल्कि उस पंचायत में निवासरत की जुबानी है। 17 वार्डो में सैकड़ो खम्भा होगा लेकिन स्ट्रीट लाइट की स्थिति किसी खम्भा मे लगा हुआ है तो उसी से पूरे पंचायत को जगमग करने में लगे हुए है सरपँच ग्राम पंचायत हरदी।

पुराने भवन के छत को तोडक़र 2 लाख 50 हजार की स्टेमिट तैयार कर राशि आहरण


कृत्रिम गर्भाधान उपकेंद्र हरदी भवन के छत को तोड़कर 14 वे वित्त योजना की आये राशि का 2 लाख 50 हजार की प्रस्तावित करके भवन की छत को तोड़कर फिर से पुनः बनाया गया और 2 लाख 50 हजार की बिल व्हाउचर बनाकर सो कर दिए जिससे भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा देने में कोई कसर नही छोड़ रहे हरदी के वर्तमान सरपंच बताये भला कौन सी दस कमरा का लेंटल करना था यहां तो एक से दो कमरे का छत की ठलाई को तोड़कर नया ठलाई करवाया गया है। आप जरा सोचिए कि एक से दो कमरा का ठलाई करने में अढाई लाख का स्टेमित बनाना यह भ्रष्टाचार की ओर आकर्षित करता है।
यहां 3 सरपँच? ये हम नही पंच कहते है हर जगह अलग-अलग उपस्थिति
पंचायत हरदी में महिला सरपँच दीपमाला मनहर सरपँच के सीट पर आशिन है लेकिन अगर जनपद जाना हो या मनरेगा कार्यो में देख रेख के लिए सरपंच नही बल्कि सरपँच देवर सुरेन्द्र मनहर जाते है। यही नही अगर सरपँच को दूरभाष के माध्यम से कुछ जानकारी मांगने या पंचायत बैठक हो तो सरपँच पति कमलेश्वर मनहर उठाते है फोन और बैठक में सरपंच पति आते है। जबकि सरपँच को आना चाहिए ये हम नही कह रहे बल्कि पंचायत राज अधिनियम में बने नियम इसको दर्शाता है। जिससे जिम्मेदार अधिकारियों को संज्ञान लेकर जांच करना चाहिए।