14 मई अक्षय तृतीया भगवान व जाने क्या है शुभ मुहूर्त और पूजा के नियम

14 मई अक्षय तृतीया भगवान व जाने क्या है शुभ मुहूर्त और पूजा के नियम

हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया को स्वयं सिद्धि मुहूर्त कहा जाता है। अबूझ मुहूर्त का होने की वजह से इस दिन कोई भी शुभ काम करने के लिए हमें निश्चित शुभ मुहूर्त देखने की जरूरत नहीं होती है और मांगलिक कार्यों के लिए यह दिन सर्वश्रेष्ठ माना गया है। अक्षय तृतीया के दिन का हर पल बेहद शुभ होता है। इस अक्षय तृतीया के दिन ही परशुराम जी (भगवान विष्णु के छठे अवतार) की जयंती भी मनाई जाती है। इस दिन महिलाएं अपने परिवार की समृद्धि के लिए व्रत करती हैं। अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा विधि-विधान से करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। भगवान के सामने धूप दीप प्रज्वलित करें और चंदन, श्वेत कमल के पुष्प या श्वेत गुलाब आदि से पूजन करें। इसके बाद अपने घर में सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें।